उठो ! हिम्मत करो!

उठो ! हिम्मत करो!
स्मरण रखिए ! रुकावटें और कठिनाइयां हमारी हितचिंतक है। वे हमारी शक्तियों को ठीक-ठीक उपयोग सिखाने के लिए है। वह मार्ग के कंटक हटाने के लिए है। वे आपके जीवन को आनंदमय बनाने के लिए है। जिनके रास्ते में रुकावट नहीं पड़ी ,वे जीवन का आनंद ही नहीं जानते। उनको जिंदगी का स्वाद ही नहीं आया। जीवन का रस उन्होंने ही चखा है जिनके रास्ते में बड़ी-बड़ी कठिनाइयां आई है। वही महान आत्माएं कहलाए हैं। उन्हीं का जीवन जीवन काल कहला सकता है
   उठो  उदासीनता त्यागो ! प्रभु को देखो वे जीवन के पुंज हैं। उन्होंने आपको इस संसार में निरर्थक नहीं भेजा ।उन्होंने जो श्रम आपके ऊपर किया है, उसको सार्थक करना आपका काम है। यह संसार तभी तक दु:खमय दिखता है जब तक की हम अपना जीवन होम नहीं करते। बलिदान हुए बीज पर ही वृक्ष का उद्भव होता है। फूल और फल उसके जीवन की सार्थकता सिद्ध करते हैं  ।
          सदा प्रसन्न रहो। मुसीबतों का खिले चेहरे से सामना करो ।आत्मा सबसे बलवान है, इस सच्चाई पर दृढ़ विश्वास रखो ।यह विश्वास ईश्वरीय विश्वास है। इस विश्वास द्वारा आप सब कठिनाइयों पर विजय पा सकते हैं। कोई कायरता आपके सामने ठहर नहीं सकती । इसी से आप के बल की वृद्धि होगी । यह आपकी आंतरिक शक्तियों का विकास करेगा‌।
अखंड ज्योति फरवरी 1940 पृष्ठ 9

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